Monday, 31 October 2016

धनिया खाने के 21 फायदे और लाभ – Coriander Leaves & Seeds Benefits in Hindi

Benefits Of Coriander – Dhania Ke Labh in Hindi

रूपनिखार सुंदरता बढ़ाता है

2 glass पानी में 2 चम्मच साबुत धनिया भिगो कर चार घंटे बाद पानी को छानकर आँखें बंद करके चेहरा रोजाना १-२ महीने तक लगातार धोयें | fayde – चहरे का कालापन दाग और धब्बे दूर होकर चेहरा गोरा और सुन्दर हो जायेगा |
घमोरियां होने पर इस पानी से Bath (स्नान) करें, हाथ और पैरों को भी इस पानी से धोने पर वह भी सुन्दर हो जायेंगे |
पसीने के दुर्गन्ध नहीं आएगी हाथ पैर धोने स्नान के लिए धनिया और पानी अधिक मात्रा में लें | पचास ग्राम धनिया में स्वादानुसार पिसा काला नमक मिलाकर रखें | खाना खाने के बाद एक चम्मच धनिया पानी के साथ फांकी लें | इस तरह शरीर की आतंरिक खूबसूरती तो बढ़ेगी ही और इसके साथ-साथ शरीरिक स्वस्थता भी बनी रहेगी | dhaniye se hone wale health benefits hindi me.

रोग निरोधक 

एक मसाला तैय्यार कर हमेशा रसोई में रखें | सारी चीजें पीसी हुई – धनिया 30 gram, जीरा 30 gram, हल्दी 20 gram, सोंफ 10 gram, सोंठ 10 gram और कालीमिर्च और तेजपत्ता भी 10-10 gram लें दालचीनी 5 gram अब सबको मिलाकर 2 चम्मच घी में भुने और कांच की शीशी में भर लें | जब खाना परोसे तो हर सब्जी, चटनी की कटोरी पर थोड़ा सा यह मसाला डालें | इस मसाले से सब्जियां और ज्यादा Tasty हो जाएगी |
Coriander seeds top Benefits – कफ, खांसी, दमा, टी.बी , रक्तप्रदर, सिप्लिस, छाले, बवासीर आदि रोगों में लाभ होगा और शरीर में ताकत बढ़ेगी | इस मसाले को आप हमेशा उपयोग में ले सकते हैं, यह आपको बीमारियों से दूर रखने में मदद करेगा |

कामोत्तेजना

शांत करने के लिए 3 चम्मच धनिया रात को पानी में भिगोकर सुबह पानी छानकर एक बार जरूर पियें | इससे स्वप्नदोष और कामवासना की अधिकता से आई कमजोरी भी दूर हो जाएगी |
2 कामोंमांद हो तो 2 चम्मच पिसा धनिया रोजाना 2 बार फांकी लें |
dhaniya fayde जब भी कामवासना के विचार आएं, ताड़ासन करें | पंजो के बल खड़े होकर हाथ सीधे ऊपर की और खींचे | सर आकाश की और रखें | वासनामय विचार नष्ट होंगे स्वप्नदोष और औरतों में श्वेतप्रद में लाभ होगा |

स्वप्नदोष से छुटकारा

सूखा धनिया कूट पीसकर छान लें | इसमें सामान मात्रा में पीसी हुई चीनी मिलाएं | सुबह भूखे पेट रात के बासी पानी से एक चाय के चम्मच से फांकी लें और एक घंटे तक कुछ न खाएं, पियें | यदि कब्ज हो तो रात को सोते समय 2 चम्मच इसबगोल की भूसी गर्म दूध से लें | इससे स्वप्नदोष बहुत जल्दी ठीक होता है | मूत्राशय की जलन में भी लाभ होता हैं |

चोट के दर्द को दूर करें

चोट लग गई हो या चोट की वजह से नीला धब्बा बन गया हो, सूजन दर्द होता रहा हो तो धनिये और हल्दी दोनों पीसी हुई को सामान्य मात्रा में मिलाकर, रसोई का तेल डालकर, इन दोनों को तवे पर अच्छे से भून लें | इसे चोट ग्रस्त अंग पर लेप करके रूई लगाकर पट्टी से बाँध लें |
Benefits – नीला धब्बा, सूजन, चोट का दर्द इस नुस्खे से थोड़े ही दिनों के में ठीक हो जायेगा |

जल्द थकावट दूर करें

काम करते हुऐ थकावट आ गई हो , पैदल चलने से थकावट आ गई हो तो उसी समय सूखे धनिये के 20 दाने चबाये थकावट दूर हो जाएगी | यात्रा के दौरान इन बीजों को एक डिब्बी या किसी भी तरह रख कर ले जाये | साथ ही पैरों को घुटनों तक ठन्डे पानी में डुबोये रखें या घुटनो से निचे पैरों तक ठंडा पानी डालें | तुरंत आपको राहत मिलेगी | (dhania health)

मिर्गी आना बंद हो जाती है

एक किलो पानी में 50 gram धनिया डालकर इतना उबालें की तिन हिस्सा पानी बाकी रह जाए फिर इसे छानकर स्वादानुसार नमक मिलाकर इसके चार भाग करके रोजाना चार बार पिएं | इससे जल्द ही मिर्गी के दौरे आना बंद हो जाता है |

मसूड़ों में रक्तसडाव

50 ग्राम धनिया एक किलो पानी में उबालकर छानकर रोजाना दो बार कुल्ला करने से मसूड़ों में रक्त आना बंद हो जाता है | (sabut hara)

Coriander Remedies Dhania Ke Gharelu Nuskhe

पुराने दस्त, इरिटेबल बाउल सिंड्रोम –

coriander remedies – लम्बे समय से दस्त होते रहे हैं, रोजाना ही पांच-छह: बार पतले दस्त होते हैं, गैस बहुत निकलती है तो एक चम्मच साबुत बिना पिसा हुआ धनिया, एक चम्मच चीनी दोनों चबा- चबाकर खाएं और आखिर में पानी के साथ निगल जाएँ | फायदे – दस्त, पेट के रोगों में लाभ होगा | रात को धनिया पानी में में भिगोकर प्रांत: पानी छानकर बुरा, शक्कर मिलाकर रोजाना पिएं | यह अनुभूत हैं |

तिल लाल मस्से दूर करें

(आर्ट्स) पर सुखा या हरा पट्टीदार धनिया पीसकर लेप करने से वे मीट जाते हैं और न ही नए तिल निकलते | यह दो माह तक लगाएं | आपको जबरदस्त लाभ होगा |

सिरदर्द दूर भगाए

चार चम्मच धनिया और दो चम्मच मिश्री एक गिलास पानी में उबालकर आधा पानी रहने पर छानकर पिएं | dhania ke labh सर्दी-जुकाम से उत्पन्न सिरदर्द जल्द ही ठीक हो जायेगा | और अगर आपको छींक भी बहुत आती हो तो सिर्फ धनिये के पत्ते सूंघे इससे छींक आना बंद हो जाएगी |

मीग्रैन से आराम

पिसे हुए सूखे धनिये में पानी डालकर पेस्ट बनाकर ललाट पर लेप करें | इससे मिग्रने में जल्द ही फायदा होता हैं | जब मिग्रने हो ऐसे लगाए इससे चमत्कारी लाभ होंगे |

गर्मी के वजह से सिरदर्द

सुखा धनिया दस ग्राम, गुठली रहित सुखा आंवला पांच ग्राम रात को मिटटी के पात्र में एक गिलास पानी में भिगो दें | सुबह मलकर मिश्री मिलाकर, छानकर पिलाएं | यह गर्मी के कारण होने वाले सिरदर्द में फायदेमंद होता हैं | जब आपको सामान्य सिरदर्द हो तो धनिये को पीसकर उसका लेप बनालें और उसे सर पर लगा लें इससे सिरदर्द में आराम मिलेगा |

गर्मी में लाभदायक

रात को सोते समय मिटटी के बर्तन में 2-3 glass पानी में पांच चम्मच सुखा धनिया भिगो दें | सुबह इसमें अपने taste के हिसाब से मिश्री मिलाकर पि जाएँ | इससे जल्द ही गर्मी के रोगों में आराम मिलेगा, जैसे पेशाब में जलन होना, पेशाब में रुकावट आना, नकसीर से खून बहना, गर्मी के वजह से चक्कर व घबराहट होना आदि गर्मी के रोगों में फायदा होगा | इससे गर्भिणी स्त्री को ज्यादा लाभ होते हैं |

गले में दर्द व जलन

इसके लिए हर 3 घंटे के भीतर 2 चम्मच साबुत सूखा धनिया चबा-चबाकर रस चूसते रहे | यह गले के सभी रोगों में आराम देता हैं | खासकर गर्मी से होने वाले दर्द में लाभदायक होता है.

शरीर में जलन होना

शरीर में जलन होती हो, हाथ पैर में जलन होति हो तो पिसा हुआ सुखा धनिया और मिश्री सामान्य मात्र में मिलाकर सुबह शाम 2-2 चम्मच खाएं | इससे शारीर की साड़ी गर्मी निकल जाएगी |
पैरों की जलन – सुखा धनिया 10 ग्राम को भिगोकर पीसकर ठंडाई की तरह तैयार करके पिने से शरीर के दाह (जलन) खासकर पैरों की जलन में लाभ होता है | इससे बवासीर में रक्त आना भी बंद हो जाता है |

पथरी की शिकायत

health benefits of coriander dhaniye –  60 ग्राम सुखा धनिया एक किलो पानी में डालकर उबालें अच्छा उबलने पर पानी को छान लें | इसमें एक कप मूली का रस और अपने taste के हिसाब से सेंधा नमक मिला लें | इसकी पांच-पांच चम्मच सुबह-शाम खाना खाने के बाद पियें | इससे पथरी के टुकड़े होकर निकल जाएगी | पथरी से बचने के लिए नमक कम मात्रा में खाएं और पानी जितना हो सके उतना पिएं |सूखा साबुत धनिया,
सोंफ, मिश्री सब 50-50 ग्राम लें और 1 लीटर पानी में रात को भिगो दें | सुबह इनको इसी पानी में पीसकर अच्छे से छानकर इसी पानी को पिएं, अगर आप एक बार में यह सार पानी नहीं पि सकते तो थोड़ा-थोड़ा करके पिएं | इससे पेशाब खुलकर आएगी जिससे पथरी के टुकड़े होकर निकलने में आसानी होगी

Cholesterol को कम करें

चार चम्मच साबुत सुखा धनिया एक गिलास पानी में उबालकर, आधा पानी रहने पर ठंडा होने दें | गुनगुना पानी रहने पर छानकर एक बात जरूर पियें | इससे पेशाब ज्यादा आएगा, Cholesterol कम होगा |

अनियमित मासिक धर्म

2 चम्मच पिसा हुआ धनिया एक गिलास पानी में इतना उबालें की पानी एक चौथाई रह जाए | इसे उतार कर, आधा चम्मच अदरक का रस मिलाकर छानकर रोजाना दिन में एक बार जरूर पियें | कुछ सप्ताह सेवन करने से मासिक धर्म नियमित व सही समय पर आने लगेगा |

गंजेपन से छुटकारा

हरे धनिये की पत्तियों का रस लगाएं, रस से मालिश करें | बालों को रस से भिगोकर 15 मिनट बाद बाल धोएं | इससे बाल उगेंगे, बालों का गिरना बंद होगा, बाल मुलायम और काले होंगे |

धनिये के फायदे

कब्ज दूर करें

  • पिसे हुए सूखे धनिये की 2 चम्मच रात को पानी से फांकी लें | सुबह मल साफ़ आएगा |
  • धनिया 10 चम्मच, हरड़ का चूर्ण एक चम्मच, काला नमक आधा चम्मच सबको मिलाकर खाने के बाद 2 चम्मच गर्म पानी से फांकी लें पुराणी कब्ज वाले इसे लम्बे समय तक लें |
  • हरा धनिया, काला नमक, कालीमिर्च, जीरा सबकी चटनी बनाकर रोजाना दो बार खाना कहते समय खाएं |

भूख न लगना

कूटा हुआ सुखा धनिया दो चम्मच एक गिलास पानी में उबालकर, छानकर इसमें टेस्ट के हिसाब से दूध व शक्कर डालकर पियें | इससे भूख अच्छी लगेगी |
भूख बढ़ाने के लिए धनिया, कालीमिर्च, मिश्री, इलाइची (छोटी) सब पीसी हुए थोड़ी-थोड़ी मात्रा में लेकर थोड़े से घी में मिलाकर खाएं |

खाना न पचना

  •  2 चम्मच धनिया, आधा चम्मच सोंठ, 1 गिलास पानी में उबालकर आधा पानी रहने पर छानकर दो बार रोजाना पिने से अपच दूर हो जाती हैं |
  • पिसा धनिया, पीसी मिश्री, एक-एक चम्मच मिलाकर रोजाना दो बार पानी से फंकी लेने से अमाशय की दुर्बलता अपच ठीक हो जाती हैं

Amrud Khane Ke Fayde – 

Guava Benefits in Hindi (Labh)

Guava Benefits in Hindi (Amrud Ke Labh)

  • अमरुद आंखों की रोशनी बढ़ता हैं
  • Blood Pressure को कण्ट्रोल करता हैं
  • मस्तिष्क को मजबूत बनाता हैं
  • शरीर को स्वस्थ बनाने में मदद करता हैं
  • पेट की समस्याओं को दूर रखता हैं
  • रोजाना अमरुद के सेवन से कैंसर में लाभ होता हैं
  • अमरुद का जूस बीने से फ्लू में लाभ होता हैं – amrud ke khas fayde
  • अमरुद डेंगू जैसे बुखार से दूर रखता हैं
  • इसमें Vitamin C की भरपूर मात्रा होती हैं, इससे त्वचा निखरती हैं
  • मुंह के दाग, धब्बे, फुंसियों को ख़त्म करता हैं
  • अमरूद के पत्ते आंखों के लिये

    अमरूद के पत्तों को थोडे से पानी के साथ पीसकर आंखों पर बांधने से नैत्राभिषंद, Conjunctivitis रोग में बहुत लाभ होता है।

    ह्रदय, अमाशय और मस्तिष्क

    अमरूद को काटकर मधु मिलाकर खाने से ह्रदय, मस्तिष्क और अमाषय को बहुत शक्ति मिलती है।
    अमरूद को गर्म राख में भुनकर खाने से खांसी की विकृति नष्ट होती है।

    उन्माद के रोगी के लिये

    अच्छे पके हुए भीतर से लाल अमरूदों को 300 ग्राम मात्रा में सबुह-शाम उन्माद के रोगी को खिलाने से बहुत लाभ होता है। amrud benefits in hindi language me

    मधुमेह रोग में अधिक प्यास लगने पर

    अमरूद को काटकर छोटे-छोटे टुकडे बनाकर पानी में डालकर रखें। एक-दो घंटे बाद उस पानी को छांनकर पीने से मधुमेह रोग में प्यास की अधिकता कम होती है।

    फोड़े फुंसियों को ख़त्म करे

    अमरूद के वृक्ष की छाल जल में उबालकर छांनकर उस जल से व्रण, फोडे-फुंसीया साफ करने में बहुत लाभ होता है।

    मुंह के छाले ख़त्म करे

    अमरूद के पत्तों का रस निकालकर उसमें खदीर, कत्था मिलाकर मूंह के छालों पर लगाने से छाले जल्द नष्ट हो जाते हैं।

    दांत दर्द के लिये

    अमरूद के कोमल पतो को चबाने से दातों का दर्द नष्ट होता है।
    दांतों के रोगीयों को पर्याप्त मात्रा मे अमरूद खिलाने से पर्याप्त मात्रा में विटामीन C मिलता है। विटामीन C दांतों के स्कर्बी रोग को नष्ट करता है। amrud khane se hone wale labh or fayde ki list.

    Students के लिये फायदेमंद होता हैं

    Guava special health benefits – छात्रों को प्रतिदिन दोपहर के समय अमरूद खाने से बहुत लाभ होता है। क्योंकि अमरूद स्मरण शक्ति का विकास करता है।

    भांग का नशा ख़त्म करने के लिये

    भांग का नशा हो जाने पर अगर उस व्यक्ति को 25 ग्राम अमरूद के पत्तों का रस पिलाया जाये तो उसका नशा पलक झपकते ही खत्म हो जाता है। अमरूद पिलाने पर भी नशे से मुक्ति मिलती है।

    आड़े सर का दर्द ख़त्म करता हैं

    हरे- कच्चे अमरूदों को जल के साथ सिल पर पीसकर मस्तक पर लेप करने से आधा सिसी का दर्द नष्ट होता है।

    हैजे में लाभ देता हैं

    amrud guava khane ke fayde अमरूद के वृक्ष की छाल का काढ़ा बनाकर पिलाने से हेजे की प्रारंभिक अवस्था में बहुत लाभ होता है। रोगी को काढा थोडी-थोडी मात्रा में पिलाना चाहिए।

    बवासीर के रोगियों के लिये

    पके हुए अमरूद में छेद करके उसमें से थोडा सा गुदा निकालकर आजवाईन का चूर्ण तीन-चार मात्रा में भर दें फिर उस छेद को बंद करके अमरूद को किसी पात्र में रखकर गर्म रेत या राख में पका लें। ऐसे पकायें अमरूद को कुछ दिन खाने से अर्ष, बवासीर रोग नष्ट हो जाता है।

    Amrud Ke Fayde Or Labh

    पेट दर्द का इलाज

    अमरूद के वृक्ष की पुगनी में सेंधा नमक मिलाकर खाने से पेट दर्द नष्ट होता है।

    बच्चों के फोड़े फुंसी

    किसी बच्चे को रक्त विकार के कारण अधिक फोडे फुंसीया निकलती हो तो उस बच्चे को कुछ दिनों तक अमरूद खिलायें। अमरूद खाने से फोडे फुंसिया की विकृति नष्ट होती है।

    अजीर्ण और अतिसार में लाभ देता हैं

    • अमरूद के कोमल पत्तों के 20 ग्राम रस में शर्करा मिलाकर सेवन कराने से अजीर्ण की विकृति नष्ट होती है।
    • अमरूद के वृक्ष की छाल का काढा बनाकर दिन में दो-तीन बार पीने से जीर्ण अतिसार में बहुत लाभ होता है।
    • विषम ज्वर मलेरिया के रोगी को अमरूद पिलाने से बहुत लाभ होता है।

    बच्चों की काली खांसी ख़त्म करे

    • अमरूद को गर्म रेत या राख पर कुछ देर तक रखकर भुनकर बच्चों को खिलाने से काली खांसी में बहुत लाभ होता है।
    • अमरूद को काटकर थोडा सा मधु और सेंधा नमक मिलाकर खाने से बच्चों के पेट की कृमि नष्ट होती है।

    बालों को घना करने के लिये

    अमरूद और सीताफल के पत्तों का रस 30-30 ग्राम मात्रा में लेकर उसमें निबू का रस मिलाकर स्नान से एक घंटे पहले बालों की जडों में उंगलीयों से मलने और फिर बालों को धोने से बाल घने, लंबे और चमकीले होते हैं।

    अमरूद खाने से नुकसान – Amrud Ke Nuksan

    • सुबह खाली पेट अमरूद/Amrood कभी नहीं खाना चाहिए। खाली पेट अमरूद खाने से उदर मेंजलन होने लगती हैं
    • अधिक मात्रा में वायु गैस की उत्पत्ति होती है। उदर शूल भी हो सकता है।
    • ज्यादा मात्रा में अमरूद खाने से अतिसार भी हो सकता है। कुछ लोग ज्वर से पिढित भी हो सकते हैं। amrud ke patte.
    • अमरूदो को बीजों सहित खाते समय बीजों को अधिक चबाना चाहिए। नहीं तो उदर शूल की उत्पत्ति कर देते है।
    • अच्छी तरह पके हुए अमरूद खाना चाहिए ।
    • कच्चे अमरूद गरिष्ट होने के कारण देर तक नहीं पचते। और उदर शूल की उत्पत्ति करते है।
    • प्रोढ स्त्री-पुरूषों को भी बीज निकालकर अमरूद का सेवन करना चाहिए। ज्यादा मात्रा में
    • अमरूद खाने से पेट दर्द हो सकता है।
    • ज्यादा मात्रा में अमरूद खाने से अजीर्ण की विकृति भी हो सकती है।
    • वर्षा ऋतु में अमरूद खाने से हेजे की की अधिक आशंका रहती है। amrood ke fayde

जामुन खाने के 15 फायदे – Jaamun Fruit Benefits & Gharelu Nuskhe

Jamun Khane Ke Benefits Fayde in hindi

आयुर्वेद चिकित्सा में तरह-तरह के रोग, विकारों को ख़त्म करने के लिए जामुन के पत्ते, छाल, फलों का सेवन किया जाता है। मधुमेह रोग में जामुन की गुठली का चूर्ण बनाकर सेवन किया जाता है। पाचन संबधित विकार और यकृत, जिगर के रोगों के लिए जामुन बहुत गुणकारी औषधी है(Gharelu Upchaar)

मधुमेह रोगियों के लिये

जामुन की गुठलीयां 25 ग्राम मात्रा में लेकर उसमें 2 ग्राम अफीम किसी खरल में घोटकर छोटी-छोटी गोलीया बना लें, रोजाना एक-एक गोली पानी के साथ खा लें, इससे मधुमेह रोगीयों को बहुत लाभ होता है। jamun khane ke achuk fayde or labh hindi me janiye.
जामुन की गुठली और करेले को छांया में सुखाकर कुट पीसकर चूर्ण बना लें। इस चूर्ण को पांच ग्राम मात्रा में जल के साथ सेवन करने से मधुमेह रोग में बहुत लाभ होता है।

मसूढ़ों के लिये

जामुन के कोमल पत्तों को पानी में उबालकर छानंकर उस जल से कुल्ले करने पर मसुढों की सुजन और रक्त निकलने की विकृति नष्ट होती है।
जामुन के सुखे पतों की भस्म बनाकर मंजन की तरह दांतों पर मलने से दांत मजबूत और मसुढों की विकृती नष्ट होती है।

पेचिश रोग को नष्ट करता हैं

जामुन और आम की गुठलीयों का भीतरी भाग गिरी को कुट पीसकर चूर्ण बनाकर रख लें। जामुन और आम की गुठली की गिरी बराबर मात्रा में लेकर चूर्ण बनाना चाहिए। 5 ग्राम चूर्ण तक्र मठे के साथ दिन में तीन बार उबालकर ठंडा किये जल के साथ सेवन करने से प्रवाहिका पेचिश रोग नष्ट होता है।

पथरी रोग में सहायक

जामुन की गुठली का चूर्ण बनाकर दहीं, या तक्र मठे के साथ सेवन करने से पथरी धीरे-धीरे खत्म हो जाती है। जामुन खाने से भी पथरी खत्म होती है।

शीघ्रपतन और वीर्य को मजबूत बनाता हैं

Jamun benefits for men – जामुन की गुठली का चूर्ण बनाकर रोजाना 5 ग्राम चूर्ण हल्के गर्म दूध के साथ खाने से वीर्य अधिक गाढा होता है। इसके सेवन से शीघ्रपतन की विकृति में भी लाभ होता है। in hindi me

प्रदर रोग के लिये

जामुन के पेड़ की छाल को पानी में उबाल कर काढा बनाकर उसमें मधु मिलाकर सुबह-शाम पीने से प्रदर रोग में बहुत लाभ होता है।

अतिसार दस्त और गर्भवस्था

जामुन और आम के वृक्ष की छाल बराबर मात्रा में लेकर जल में उबालकर काढा बनाकर, छांनकर उसमें धनिये और जीरे का चूर्ण मिलाकर सेवन करने से अतिसार दस्त की विकृति खत्म हो जाती है। गर्भावस्था में इसका सेवन कराने से बहुत अच्छे परिणाम मिलते है।
अतिसार दस्त में रक्त निकलने की विकृति होने पर जामुन की गुठली का चूर्ण 5 ग्राम मात्रा में दिन मे कई बार तक्र मठे के साथ सेवन करने से रक्तस्त्राव जल्द ही बंद हो जाता है।

मरोड़ देकर आने वाले दस्त

जामुन की भितरी छाल का काढ़ा बनाकर पीलाने से एठन मरोढ की विकृति और अतिसार दस्त में बहुत लाभ होता है।

मधुमेह रोग

जामुन की गुठली की गिरी जीरा अनार के बीज, दारूहल्दी, लोघ्र, पीपल, काली मिर्च, करंज, बाइविंिडग, खस और सोंठ को बराबर मात्रा में लेकर कुट पीसकर चूर्ण बनाकर रोजाना सुबह-शाम तीन-तीन ग्राम चूर्ण पानी के साथ सेवन करने से मुध रोग में बहुत लाभ होता है।

अफीम का नशा

Jamun se hone wale health benefits – पानी में एक तोले जामुन के कोमल पत्तों को पीसकर पीलाने से अफीम का नाश नष्ट हो जाता है।

बच्चों के अतिसार दस्त

छोटे बच्चों को अतिसार होने पर जामुन की ताजी छाल का रस बकरी के दूध में उबालकर ठंडा किये दूध में मिलाकर पीलाने पर बहुत लाभ होता है।

कानदर्द के लिये

Jamun ke ayurvedic gun or labh – जामिन की गुठली की गिरी का तेल बून्द-बुंद सुबह-शाम कांन में डालने से कर्णस्त्राव और कर्णषुल की विकृति नष्ट होती है। कानदर्द ठीक हो जाता हैं.

बच्चों के लिये

बच्चों का बिस्तर पर मूत्र करने संबधि बीमारी में जामुन की गुठली का चूुर्ण बनाकर तीन ग्राम मात्रा में जल के साथ सेवन कराने से बहुत लाभ होता है।

मुंह की बाद दूर करता हैं

जामुन के पत्ते चबाकर रस चुसने से मूंह की दुर्गध नष्ट होती है।

जामुन खाने के फायदे (अर्श रोग)

अर्श रोग में रक्तस्त्राव होने पर जामुन सेंधा नमक मिलाकर खाने से बहुत लाभ होता है। रोगी को खाली पेट जामुन ,खाने चाहिए, जामुन खाने से मूंह के छाले भी खत्म होते है।

मधुर आवाज़

जामुन की गुठली को सुखाकर बनाया गया चूर्ण मधु मिलाकर चाटकर खाने से आवाज का भारीपन नष्ट होता है। आवाज सुरीली होती है।

हरी मिर्च खाने के 7 बड़े फायदे – 

Green Chilli Health Benefits

Green Chilli yaani Hari Mirch ke benefits ke baare me jaaniye हरीमिर्च की डंडियों को तोड़ देने पर वह बहुत दिनों तक ख़राब नहीं होती | इस मिर्ची में एंटी ऑक्सीडेंट्स तत्व होते हैं | जो कैंसर की रोकथाम करते हैं | labh or fayde in hindi – हरी मिर्ची में Vitamin C भी होता हैं | एक ताज़ी हरी मिर्ची एक नारंगी के बराबर होती हैं | हरिमिर्ची आँखों की रोशनी बढ़ाने में भी सहायक होती हैं |

मधुमेह में होगा फायदा

लाभ और फायदे – दो हरिमिर्ची ढांढ सहित, बिना काटें एक ग्लास पानी में रात को डालदे, सुबह भूखे पेट शौच कर के मिर्च निकालकर पानी पि जायें | यह सप्ताह में एक बार पियें | इस तरह चार सप्ताह तक पानी पिएं मधुमेह सामान्य हो जायेगा |

कैंसर में भी करती हैं लाभ

यह केंसर की कोशिकाओं को मारने में भी सक्षम पाया जाता हैं |

मोटापा काम करे

  • भोजन के साथ रोजाना हरीमिर्च खाने से मोटापा भी क़म होता हैं |

लम्बाई बढ़ानी हो तो

  • वैज्ञानिकों के हिसाब से अगर आपकी लम्बाई क़म हैं तो रोजाना नियम से मक्का का भुट्टा कोयले की आग पर सेंक कर नमक लगा कर हरिमिर्ची के साथ खाइये | hari mirch lambai badhne me labh deti hain k fayde.

जलना (जले हुए घाव)

हरिमिर्ची में पानी डालकर पीसकर जले हुए पर लैंप करने से जलने वाली जगह ठीक हो जाती हैं |

मलेरिया बुखार भगाए

एक हरिमिर्ची के बिज निकालकर, बीजरहित खोले को मलेरिया आने के दो घंटे पहले अंगूठे में पहना कर बाँध दें इस तरह 2-3 बार बांधने से मलेरिया बुखार आना बंद हो जाता हैं |

दमा ख़त्म करे 

दमा के रोगियों को ताजा हरिमिर्ची का एक चम्मच रस रोजाना सुबह शहद के साथ मिलाकर देने से लाभ होता हैं | अगर यह उपचार शुरुआत में ही कर लिया जाये तो यह रोग स्थाई रूप से समाप्त हो सकता हैं | यह उपचार बदलते मौसम में ज्यादा उपयोगी होता हैं |

जीरा खाने के 25 फायदे – 

Cumin Seeds Benefits ‘Nuskhe’ in Hindi

Cumin Seeds Remedies जीरे का पौधा तिन से चार फुट तक का ऊंचा होता है | यह अधिकतर सभी जगह पाया जाता है | इसकी शाखाएं बहुत पतली होती है, इसके फूल सफ़ेद रंग के छोटे-छोटे से होते हैं | जीरा आँखों की रोशनी बढ़ाने में भी बहुत सहायक होता है खून की शुध्दि भी करता है, इसके सेवन से खुलकर भूख लगती है | इसके और भी बहुत से लाभ होते है आइये पड़ते है उन जीरे के फायदों (fayde) के बारे में.

Tvacha Rog Thik Kare

Jeera khane ke benefits jaaniye in hindi me –जीरा फोड़े फुंसी सोरायसिस, एक्जिमा और त्वचा के रूखेपन जैसी समस्याओं को दूर करने में सहायक होता है | फेसपैक बनाते समय इसमें कुछ मात्रा में जीरा पाउडर को मिलाये | यह जलने छिंलने के निशान और झुर्रिया को दूर करेगा | मसूए और फुंसी होने पर जीरे को पिसे और सिरके में मिलाकर चर्म पर लगाएं |

Garmi Ke Funsiya

एक चम्मच कच्चा जीरा रोजाना सुबह एक कप पानी में घोलकर पिने से गर्मी के मौसम में होने वाली फुंसियों में लाभ होता है |

कुत्ता काटना

2 चम्मच जीरा और 20 काली मिर्ची पानी में पीसकर कुत्ते के काटे हुए स्थान पर लगाएं | इससे कुत्ते का जहर ख़त्म हो जायेगा |

Pachankriya के रोग को ठीक करे

पाचन शक्ति कमजोर, दस्त थोड़ा-थोड़ा कई बार जाना पड़ता हो | पेट दर्द आदि रोगों में खाना खाने के बाद जीरा काली मिर्ची सेंधा नमक सब पीसकर मिलाकर एक ग्लास छांछ में अपने टेस्ट के हिसाब से चूर्ण मिलाकर रोजाना दो बार पियें इससे पाचन सम्बंधित रोगों में लाभ होगा |

पाचक चूर्ण

जीरा सोडा सेंधा नमक पीपल कालीमिर्च, ये सब समान मात्रा में पीसकर एक चम्मच भोजन के बाद पानी से लेने से खाना जल्दी ही पच जाता है
2 चम्मच जीरा एक ग्लास पानी में उबालें फिर ठंडा कर के छानकर आधा-आधा कप तिन बार पियें | (cumin seeds benefits)

Dast को ठीक करने के लिए

  • खाना खाने के बाद छाछ में सिका हुआ जीरा काला नमक मिलाकर पियें दस्त बंद हो जायेंगे | दस्त आने पर जीरा दही और शक्कर के साथ लें |
  • भुना पिसा जीरा एक चम्मच एक कप पानी में अपने टेस्ट के हिसाब से नमक निम्बू निचोड़कर रोजाना दिन में तिन बार पिने से दस्त के साथ हो रही उलटी भी बंद हो जाती है | jeere ke swasthya labh.

खून की उलटी होना

जीरा 3 ग्राम और मिश्री 6 ग्राम मिलाकर पीसकर पानी के साथ फांक लेने से खून आना बंद हो जाता है | इसे अपनी अपनी जरुरत के हिसाब से दिन में 2 बार लें |

दुःख सुखाना

शिशु के मर जाने से स्त्री के स्तनों में दूध जमा होकर दर्द, तनाव होता रहता है | काले जीरा पर पानी डालकर पीसकर स्तनों पर लेप करने से लाभ होता है |

गैस को ख़त्म करना

3 ग्लास पानी में एक चम्मच जीरा डालकर मंद आंच पर एक ग्लास पानी रहने तक उबालकर छानकर खाने के बाद रोजाना तिन बार पिने से गैस ख़त्म हो जाती है |

मसूढ़ें फूलना

दर्द टीस आदि होने पर भुना हुआ जीरा और सेंधा नमक समान भाग पीसकर छानकर मसूढ़ें पर रगड़ें और लार टपका दें | जल्द ही मसूढ़े ठीक हो जाएँगी |

सूजन कम करेगा

दर्द होने पर दो चम्मच जीरा तिन कप ग्लास पानी में डालकर गर्म करके सेंक करने से लाभ होता है |

खांसी दूर करने का तरीका

एक चम्मच जीरा और एक चम्मच सौंफ पीसकर आधा चम्मच शहद में मिलाकर खाने से खांसी ठीक हो जाती है |

लोहा Iron

जीरे में लोहा होता है जो हीमोग्लोबिन बढ़ाता है | रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाता है | पाचनशक्ति और पेंक्रियाज के स्राव बढ़ाता है | पाचनतंत्र को मजबूत बनता है |

शीतल (ठंडक देगा जीरा)

जीरा शरीर को ठंडक देता है, इस कारण गर्मी के मौसम मैं हर नमकीन पेय दही, छाछ, शिकंजी, कैरी की छाछ सभी में जीरा डालते है | ये शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाता है |

Jeera Khane Ke Labh Or Fayde

कैंसर से बचायेगा

jeera khane ke khas labh – जीरे में कार्सिनोजेनिक तत्व मौजूद होते है जानवरों पर किये गए एक्सपेरिमेंट्स में सामने आया हैं की जीरे में पेट की तिल्ली और इसके tumer को बढ़ाने के रोकने के गुण पाये जाते हैं | यह कैंसर की रोक थाम के लिए बहुत जरुरी है |

दर्दनाशक होता है जीरा

जीरा दर्द दूर करता है | जीरे पर पानी डालकर चटनी की तरह बनालें जहां भी दर्द हो जैसे बवासीर, पेट दर्द, स्तन दर्द, अंडकोष में दर्द आदि में इसका लेप करें | जीरा और मिश्री दोनों पीसकर 2-2 चम्मच तिन बार रोजाना पानी से फांक लें | जीरा पीसकर कपड़ा छानकर घी मिलाकर गरम करके पेस्ट बनाकर भी लगा सकते है | इससे लाभ होगा |

अनिद्रा की समस्या

सोते समय एक चम्मच सेंका, पिसा हुआ जीरे की फंकी गरम दूध से लेने से नींद अच्छी आती है | इसे केले पर डालकर भी खा सकते है |

रक्तचाप कम करता है

Blood pressure – जीरा 100 ग्राम, कालीमिर्च 25 ग्राम और मिश्री 150 ग्राम लें पहले जीरा थोड़ा भून लें फिर कालिमिर्ची के साथ पिसलें | फिर इसमें मिश्री मिला दें इस पाउडर को कांच के शीशे में रखलें | एक-एक चम्मच दिन में दो बार किसी भी समय फांक लें | लो और हाई ब्लड प्रेस्सुर ठीक हो जायेगा |

दिल के रोग ठीक करेगा

10 ग्राम पिसा जीरा एक कप पानी में भिगोकर रोजाना सुबह मिश्री मिलाकर रोजाना पीते रहने से दिल की बीमारियों में फायदे होते है | यह पेशाब अधिक लाकर ह्रदय को शक्ति देता है | weight loss
  • बिच्छू के काटने पर घी शहद और नमक के साथ जीरा लगाए |

दूध में वृद्धि करने का उपाय

health benefits of cumin – 125 ग्राम जीरा घी में सेंक कर 125 ग्राम पीसी हुई मिश्री मिला लें इसकी दो चम्मच भरकर सुबह-शाम दूध के साथ सेवन करें | जिन माताओं को बच्चे को दूध पिलाने में दुःख की कही हो, उनका दूध बढ़ जाता है |
श्वेत प्रदर,स्तन में दूध की कमी होने पर जीरा भूनकर, पीसकर सामान मात्रा में चीनी या गूढ़ के साथ रोजाना तिन बार खाएं | बिना भुना जीरा भी ले सकते है |

अदरक खाने के 51 फायदे – List Of All Adarak Ginger Benefits


Ginger Adarak Benefits Fayde or Labh In Hindi


Ginger Health benefits चाय बनाते समय अदरक डालकर बनाई गई चाय स्मरणशक्ति बढ़ाती हैं और साथ ही कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करती हैं | जी मचलना और गर्भावस्था की उलटी रोकती हैं | अदरक चाय के स्वाद को भी बढ़ाती हैं | पेट की जलन शांत कर पाचनशक्ति बढ़ाती हैं, इसके सेवन से श्वसन तंत्र साफ़ रहता हैं | मासिक धर्म के दर्द में भी आराम मिलता हैं | अदरक के और भी अनेक फायदे होते हैं – उनके नाम निचे दे रहे हैं adrak in hindi language.

51 Benefits of Ginger in Hindi

सावधानी

गर्मी का मौसम, प्रकृति के रोग खुजली, रक्त की उलटी, रक्त स्राव के रोगी, अदरक का सेवन कम से कम करें | अगर अदरक को खाने से किसी भी तरह का कोई नुकसान होता हो तो तुरंत अदरक खाना छोड़ दें | लम्बे समय तक लगातार अदरक का सेवन न करें | बिच बिच में अदरक का सेवन बंद करके खाते रहने से भी लाभ होते हैं | adarak ke khas achuk fayde jaaniye

अदरक खाने की मात्रा

अगर अदरक चबाकर खानी हो तो 1 मूंगफली की लम्बाई.मोटाई के बराबर मात्रा में 1 बार लें | कम से कम दो बार अदरक का सेवन करें द्य जरुरत के हिसाब से बच्चे व बड़ों के लिए मात्रा घटाई बढ़ाए | अदरक 1 बार में 10 से 20 ग्राम तक और रस 1.2 चम्मच से ज्यादा न लें |

पेट में एठन जैसा दर्द को ठीक करें

वायु इकट्ठी होने से दर्द होता हो तो पीसी हुई सोंठ 125 ग्राम गुड, 250 ग्राम सफेद तील सबकों कुटकर इनके छोटे -छोटे लड्डू बना लें, रोजाना एक लड्डू खाकर गर्म दुध पीयें वायु संबधित सभी दर्द ठीक हो जयेंगे ।

मलेरिया भुखार का नुस्खा

ginger khane k labh पीसी हुई सोंठ आधा चम्मच, पीसा हुआ धनिया 1 चम्मच, 20 नीम के पत्ते, 20 तुलसी के पत्ते सबको एक गिलास पानी में उबाले चौथाई पानी रह जाने पर छानकर पिएं। इस तरह बनाकर दिन में चार बार पियें। एक ही दिन में मलेरिया ठीक हो जाएगा, दोबारा बुखार नहीं आयेंगा।

सिर दर्द दूर करें (Headache-Sir Dard)

  • दूध या गर्म पानी में सोंठ पिसकर सिर पर लेप करें दर्द में लाभ होगा।
  • दालचीनी और सोंठ पर पानी डालकर ललाट पर लेप करने से सिर दर्द बंद हो जाता है।
  • सोठ पावडर सुंघने से छिंक आती है और जुकाम के कारण हुआ सिर दर्द ठीक हो जाता है।
  • आधे सिर का दर्द और सारे सिर का दर्द, गर्दन का दर्द, मांसपेषीयों का दर्द अगर अपच से पेट की गडबडी से उतपन्न हुआ हो तो सोंठ को पीसकर उसमें थोडा सा पानी डालकर लुगदी बना लें, इसे हल्का गर्म करें फिर दर्द वाले स्थान पर लेप करें शुरुआत में हल्की सी जलन मालूम होगी, दर्द जल्द ठीक हो जाएगा।
  • यौन शक्ति बढ़ाने के लिए (Sex Power Badhane Ke Liye)

    अच्छा भोजन जैसे दाल, सब्जी, फल, दूध, दही, मक्खन, प्याज, लहसुन, अदरक आदि के खाने से वीर्य बनता हैं | खाई जाने वाली चीजों से पहले रस फिर रक्त इस तरह धातु परिवर्तन होते-होते अंत में वीर्य बनता हैं | मर्दाना शक्ति बढ़ाने के लिए अच्छा पौष्टिक संतुलित खाना ही लाभदायक होता हैं | इस भोजन का पाचन होने से वीर्य बनता हैं |
    अगर पाचनशक्ति ख़राब हैं तो वीर्य नहीं बनेगा | अदरक पाचनशक्ति बढ़ाती हैं, यह गर्म होती हैं, इसलिए वीर्य बढ़ाती हैं | किसी भी रूप में चाय, सब्जी, चटनी, अचार में अदरक का सेवन करने से वह जल्दी पच जाता हैं | अदरक का नाम वृषण भी हैं द्य वृषण का अर्थ होता हैं साँड़ और साँड़ में सबसे ज्यादा यौनशक्ति होती हैं |अदरक के फायदे और लाभ

    मर्दाना शक्तिवर्धक (Yon Shakti)

    सामान मात्रा में अदरक और प्याज का रस निकालकर इसके 2 चम्मच रस में 2 चम्मच शहद मिलाकर रोजाना सुबह भूखे पेट चाट लें | 2 महीने में यौनशक्ति बढ़ जाएगी | नामर्द भी मर्द बन जाएगा |
    • 2 चम्मच पीसी हुई सोंठ 50 ग्राम नारियल या तिल के तेल में डालकर उबालें | तेल उबलने पर तेल को ठंडा करके छान लें द्य नाभि के निचे से आधी जांघों तक सर्वत्र इस तेल की मालिश करें | इससे लिंग की जगह की मांस पेशियों को आराम मिलता हैं |

    शुक्राणुओं

    शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने के लिए आधा चम्मच अदरक का रस रोजाना आधा कप पानी में मिलाकर पिएं | किसी तरह अदरक खाएं, महिलाएं जिनकी सेक्स करने की इच्छा कम हो गई हैं, इस प्रयोग से उनकी इच्छाएं बढ़ेंगी |

    कान के दर्द को ख़त्म करे (Kan Dard Ka Ilaj)

    आधा चम्मच सरसों के तेल में पांच बून्द अदरक का रस मिलाकर गर्म करें। फिर ठंडा करके हल्का सा गर्म रहने पर कान में डाले कान का दर्द ठीक होगा।

    पुराने दस्त को बंद करना (Dast)

    पुराने दस्त यानी लंबे समय से दस्त हो रहे हो तों सोंठ और गुड मिलाकर खाने से भी बहुत फायदे होते हैं। पुराने दस्तों में रोजाना सुबह-शाम कुछ सप्ताह तक यह लें।
    सोंठ 100 ग्राम, सेंधा नमक 3 चम्मच, भुना हुआ जीरा 4 चम्मच इन सबकों अच्छे से पीस लें, खानें में अन्त में इसकी 1 चम्मच की फांकी ठण्डे पानी से लें या एक गिलास छाछ में घोल कर पीयें। इसी अनुपात में कम मात्रा में बना भी सकते हैं।

    पेचिश को भी ठीक करता हैं

    • एक कप छाछ में एक चम्मच अदरक का रस मिलाकर पीने से मरोडदार दस्त पेचिश ठीक हो जाती है।

    रक्तशोधक (खून साफ़ करता हैं)

    अदरक के टुकड़े, अपने टेस्ट के हिसाब से नीबू का रस, नमक डालकर आधा कप आचार बना लें | भोजन के साथ यह अचार एक.एक चम्मच रोजाना खाएं | इससे खून शुद्ध होगा और फुंसियां नहीं निकलेंगी |

    फोड़े फुंसियां होने पर (Fode Funsi)

    गीली अदरक को अच्छे से घिसकर या पीसकर लगाने से फोड़े फूंसी ज़ल्द ही ठीक हो जाते हैं | ऐसे घिसकर गाँठो पर भी लगाया जाता हैं |

    मुंहासे चेहरे की झुर्रियां (Pimple Ka Ilaj)

    चहरे पर मुंहासे, दाग धब्बे, होने पर अदरक पीसकर गर्म करके रात को सोते समय चेहरे पर लैप करके सोयें सुबह चेहरा धोकर नारियल का तेल लगाएं | यह प्रयोग 15 दिन तक करें | चेहरा सुन्दर हो जायेगा,
    नारियल का तेल और अदरक का रस चार – चार चम्मच मिलाकर इतना उबालें की तेल ही बच्चे यह तेल रोजाना सोते समय लगाएं, मुंहासे मीट जायेंगे |

    दस्त, पेट दर्द अधिक प्यास लगना

    समान मात्रा में पीसी हुई सोंठ और धनिया मिलाकर 4 चम्मच एक गिलास पानी में उबालकर आधा पानीे लेने पर छानकर ठंडा करके रोजाना 2 बार पीयें। तेज प्यास और इससे होने वाला पेट दर्द बंद हो जायेगा |

    बहुमूत्र – ज्यादा पेशाब आने पर

    पेशाब बार-बार और अधिक मात्रा में होता हो तो एक-एक चम्मच अदरक का रस और पीसी मिश्री या शक्कर 3 चम्मच आधा कप पानी में मिलाकर रोजाना 2 बार पीयें।
    बार-बार पेशाब होने का कारण यकृत की कमजोरी होती हैं। इसके कारण पेशाब बार-बार जाना पडता है। पेशाब में जलन भी होती है। और गरीष्ठ चीजें तेल से बनी कम से कम खायें, आधा चम्मच सोंठ, एक कप दूध, आधा कप पानी उबालकर रोजाना दो बार पीयें। हर सब्जी में अदरक डालकर बनायें। इससे भी लाभ होगा।

    टॉन्सिल में दर्द होना (Tansil Ka Dard)

    • एक कप गर्म पानी में एक चम्मच अदरक का रस, एक चम्मच शहद मिलाकर धीरे-धीरे स्वाद लेकर पीयें। जल्द दर्द दूर हो जायेगा।
    • एक चम्मच अदरक का रस, 2 चम्मच शहद में मिलकार रोजाना 3 बार चाटें।

    मसूड़ों का दर्द ठीक करे

    मसुडे फुल जाये तो आधा चम्मच सोंठ दिन में एक बार पानी के साथ पीयें। इससे दांत दर्द भी ठीक होगा।
    एक चम्मच अदरक के टुकडे एक गिलास पानी में मिलाकर थोडा सा नमक मिलाकर पीयें। पानी छानकर रोजाना तीन बार कुल्ले करें मसुडे की मवाद दर्द सुजन दूर हो जायेगी।

    Adarak Ke Fayde – अदरक के फायदे लाभ

    हिचकी बंद करे (Hichki – Hiccups Remedy)

    • सोंठ और छोटी हरड़ आधा – आधा चम्मच एक कप गरम पानी में घोलकर पिने से हिचकी आना बंद हो जाती हैं |
    • सोंठ और शक्कर चीनी या बुरा सामान मात्रा में मिलाकर गर्म पानी से फंकी लेने से हिचकी बंद हो जाती हैं | आधा चम्मच सोंठ को पीसकर दूध में उबालकर पिने से भी हिचकी बंद हो जाती हैं |
    • सोंठ आंवला सुखा, पीपल सब सामान मात्र में पिसे हुए मिलाकर गर्म पानी से फंकी लें | जल्द लाभ होगा |
    • कागज़ की थैली या पॉलिथीन की थैली ले और एक मुंह पर रख लें और इसमें सांस छोड़ें और फिर इसी में लें | इस तरह सांस लेने और छोड़ने से रक्त में Carbon-Dioxide का Level बढ़ेगा | जिससे Hichkiyan बंद हो जाएंगी |

    गैस को ख़त्म करे

    जिनकों गैस बनने का पुराना रोग हो, वह सोंठ और हरड पीसी हुई समान मात्रा में मिलाकर 2 चम्मच पानी के साथ लें।
    पीसी हुई सोंठ 2 चम्मच अपने टेस्ट के हिसाब से नमक मिलाकर गर्म पानी से रोजाना दिन में तीन बार आधा-आधा चम्मच खा लेने से गैस बनना बन्द हो जाता है।
    आधा चम्मच सोंठ और मुंग के बराबर ही हींग गुड मिलाकर खायें, और गर्म पानी पीयें गैस कम हो जायेगी।
    50 ग्राम पीसी सोंठ दो ग्राम हींग अपने टेस्ट के अनुसार काला नमक मिलाकर रखें, आधा चम्मच गर्म पानी से रोजाना दिन में तीन बार खायें।

    श्वास रोग ठीक करे (Shwas Rog)

    अदरक के बारीक-बारीक टुकडे करके देसी घी में घुनकर किसी साफ शीशी में रख लें इन टुकडों को एक-एक करके चुसने से श्वास की शिकायत नहीं होती, और साथ ही खासी का दौरा भी बंद हो जाता है।

    हाथ-पैर सुन्न होना

    सोंठ और लहसुन की एक-एक गांठ पानी डालकर पीस लें, जो अंग सुन्न हो उस पर इसका लेप करें , सुबह बिना कुछ खायें-पीयें, जरा सी सोंठ और लहसुन की दो कली चबायें यह प्रयोग दस दिन तक करें। लाभ होगा।

    कमर दर्द का इलाज (Kamar Dard)

    सोंठ को मोटा कुट लें, एक चम्मच सोंठ, 2 कप पानी में डालकर उबालें जब पानी आधा बचे तब छान लें, इसे ठंडा करके इसमें 2 चम्मच देसी घी डालकर सोते समय 4 दिन तक पीयें।
    दो टुकडे बिस्कुट के बराबर ग्वार पाठे के गुदे पर चौथाई चम्मच पीसी सोठ भुरकाकर एक चम्मच शहद डालकर रोजाना एक बार खायें। ग्वार पाठा का गुदा खाकर एक चम्मच शहद और चांट लें। कमर दर्द में लाभ होगा ।

    गति से उल्टी होना (Bus Me Ulti Hona)

    रोजाना 2 बार अदरक की चाय पीये, अदरक तेज गति वाले वाहन में यात्रा करने से होने वाली उल्टी, घबराहट चक्कर को भी रोकती है।
    यात्रा करते वक्त ज्यादातर जी मचलने लगता है। सामान्यतः उल्टी हो जाती है। ऐसे में ताजा अदरक छीलकर उसका थोडा दूदा मुंह में रखकर हल्का सा चबाकर रस चुसें।

    बच्चों के दस्त का इलाज

    सोंठ और सौंप दोनों समान मात्रा में मिलाकर अच्छे से पिसकर छान लें इसकी आधा चम्मच एक कप पानी में डालकर इतना उबालें कि पानी आधा रह जायें। इस पानी को ठंडा होने पर तीन भाग करके रोजाना तीन बार पीयें। बच्चों के हरे पीले दस्त बन्द हो जायेंगे।

    टीबी की खांसी (T.B Khansi)

    चौथाई चम्मच पीसी हुई सोंठ, एक चम्मच शहद में मिलाकर हर 2 घंटे में 5 बार चुसने से टीबी की खांसी में फायदा होता है।
    एक भाग पीसी हुई सोंठ, तीन भाग पीसी हुई हरड मिलाकर एक-एक चम्मच 3 बार गर्म पानी से लेने से टीबी की खांसी खत्म होती है।

    बवासीर (Mal Samsya)

    Piles Bawasir में मल पतला बिना जोर दिए आना चाहिए | अगर मल सख्त आता हैं, जोर देने से ही निकलता हैं तो गुड और सोंठ सामान मात्रा में मिलाकर 5 ग्राम रोजाना सुबह शाम खाएं, इससे मल की कठोरता सख्ती दूर हो जाएगी मल पतला बिना जो धिरे आएगा |

    उल्टी होने पर (Ulti Hona)

    शहद अदरक प्याज का रस सब समान मात्रा में मिलाकर और इसकी 2 चम्मच की एक मात्रा 2 चम्मच ठण्डे पानी में मिलाकर बार-बार पीलाने से उल्टी बन्द हो जाती है। हेजे की उल्टी में भी आराम मिलता है। इसे बिना शहद के भी ले सकते है।

    कृमी (Pet Ke Kidein)

    एक चम्मच अदरक का रस, एक कप गर्म पानी में मिलाकर सुबह-शाम पीने से पेट के कीडे मर जाते है। adarak ke gun jaaniye

    ठण्ड से ठिठुरन

    ठण्ड में रहने से, ठंडे पानी से, नहाने से, तैरने से, शरीर में ठिठुरन हो, ठण्ड से शरीर कांप रहा होतो एक चम्मच सोंठ, एक चम्मच घी अपने टेस्ट के हिसाब से गुड डालकर गर्म करें और फिर उसे खाकर गर्म दूध पीयें। फिर रजाई कंबल ओडकर सो जायें सारी ठंडक निकल जायेगी।

    दमा को ख़त्म करे

    एक किलों अदरक को छीलकर कुटकर रस निकाले इसके रस में एक किलो चीनी मिलाकर धीमी-धीमी आग पर उबालें जब अच्छी तरह उबल जाये तब ठंडा करके बड़े मूंह की बोतल या बरनी में डाल लें। इसके 6 हिस्से करके एक हिस्सा रोजाना भूखें पेट खायें। दमा में लाभ होगा।

    लकवा होने पर (Lakwa-Paralysis)

    आधा किलों उडद की दाल पीसकर उसे घीं मे सेंके | उसमे गुड और 100 ग्राम सोंठ या अदरक पीसकर मिलाकर छोटे-छोटे लड्डू बनायें उसका एक लडू रोजाना खायें।
    सोंठ और उडद उबालकर इसका पानी पीने से लकवा जल्द ही ठीक हो जाता है। परिक्षीत है।

    मूंह में बदबू आना (Bed Smelling)

    एक चम्मच अदरक का रस, एक गिलास गर्म पानी में मिलाकर कुल्ले करने से मूंह की दूर्गंध दूर हो जाती है।

    बेहोशी और सीने का दर्द |

    2 चम्मच अदरक का रस, 2 चम्मच पीसी हुई मिश्री, और 1 कप गर्म पानी मिलाकर पीने से सीेने का दर्द दूर हो जाता है। ठण्डे पानी से मिलाकर पीने से बेहोषी दूर हो जाती है।

    डकार आने पर

    एक चम्मच अदरक का रस एक चौथाई काला नमक, आधा कप गर्म पानी मिलाकर सुबह-ंशाम पीने से खटटी कडवी डकारे आना बन्द हो जाती है।

    कब्ज दूर करे (Kabj Ki Problems)

    एक चम्मच अदरक के टुकडे गुड के साथ सुबह-शाम खाते रहें कब्ज दूर हो जायेगी इससे हरनिया में भी लाभ होता है।
    पीसी हुई सोंठ 12 ग्राम मुलहटी 12 ग्राम गुलाब के सुखे फुल 6 ग्राम 1 गिलास पानी में उबालें आधा पानी रहने पर उतारकर ठण्डा होने पर छानकर रात को सोते समय पर पिएं कब्ज दूर हो जायेगी। आंतो को ताकत मिलगी और आंव भी दूर हो जायेंगी। अदरक खाने के बहुत से फायदे और लाभ होते हैं
    एक चम्मच अदरक का रस, एक गिलास पानी, आधा निबू का रस मिलाकर पिने से आतों में जमा मल भी निकल जाता है।

    जुकाम को ख़त्म करे (Sardi Jukam)

    जुकाम लगते ही बेसन की पकोडी खायें, पकोडी में डाले जाने वाले मसालों में अदरक डालें, पकोडी खाने के बाद कम से कम आधा घंटा पानी नहीं पीयें। मौसम बदलने पर सर्दी जुकाम होती रहती है।
    अगर नयी सर्दी होतो एक चम्मच देसी घीं को गर्म कर उसमे थोडी सी अदरक घुने फिर इसमें चार दाने काली मिर्च को दरदरी करके डालें, दो लोंग भी डालकर भुने फिर चुटकी भर नमक मिलाकर आंच से उतार लें। रात को इसे खाकर गर्म दूध पीले आराम होगा।
    सोठ काली मिर्च और गुड पानी में डालकर उबालें जब चौथाई रह जाये तब सहता-सहता गर्म छानकर रोजाना दो बार पीयें फायदे होंगे। गले में ठण्डक खराश होने पर अदरक चुसें।
    दस ग्राम अदरक पंद्रह तुलसी के पत्ते, दस काली मिर्च इन सबको कुटकर एक गिलास पानी में डालकर उबाले। उबलते हुए आधा पानी रहने पर छानकर रोजाना तीन बार पीने से जुकाम ठीक हो जाता है। इसी पानी से गरारे भी करें। ginger ke gharelu nuskhe or adarak ke gun.

    भांग का नाश तोड़े

    • चौथाई चम्मच सोंठ 50 ग्राम दहीं में मिलाकर खाने से भांग का नशा उतर जाता है। अदरक के बेनिफिट्स

    हदय रोग (Heart Problems)

    आधा चम्मच पीसी सोंठ, दो कप पानी, जरा सा नमक डालकर उबालें, एक कप पानी रहने पर छानकर सुबह-शाम पियें इससे धडकन कम होना, दिल डूबता सा प्रतित होना, दिल की कमजोरी में लाभ होता है।
    adarak se labh – हदय में दर्द होतो एक चम्मच अदरक का रास एक चम्मच शहद मिलाकर रोजान चाटने से दर्द दूर हो जाता है।

    गठिया रोग (Gathia)

    100 ग्राम अदरक का रस और 100 ग्राम तिल का तेल मिलाकर मंद-मंद आंच पर इतना गर्म करें कि रस जलकर केवल तेल रह जायें इस तेल से मालिष करने से गठिया का दर्द ठीक हो जाता है।

    जोडों का दर्द (Per Dard)

    एक चम्मच सोंठ आधा टुकडा जायफल दोनों को पीसकर तिल के तेल में मिलाकर इसमें कपडा भीगोकर इसमें जोडो पर पट्टी बाधने से दर्द दूर होता है।
    सोंठ एक भाग और गुड दो भाग मिला लें इसकी एक-एक चम्मच रोजाना दो बार खाकर पानी पीयें। दर्द में फायदे होगे। adarak khane ke achuk fayde ki list.

    जी मचलना (Ji Machalna)

    एक Experiments के अनुसार अदरक का छोटा सा टुकडा लें, अदरक गर्भावस्था की आरंभिक अवस्था में और किमोथेरपी के बाद दवाई के रूप में असरदार होता है। इससे उबकाई दूर होती है। उपकाईयां उल्टी होने पर अदरक का सेवन किसी न किसी रूप् से किया जा सकता है।

    अम्लपित्त ठीक करे (Acidity Problems)

    सोंठ, मिश्री, आंवला समान मात्रा मे मिलाकर एक चम्मच दिन में तीन बार पानी से पिएं ।
    छोटी हरड पीसी हुई और गुड समान मात्रा में मिला लें यह रोजाना खाने के बाद पानी पिएं ।
    अम्लपित्त में फायदेमंद होती है। खाना खाने के बाद रोजाना 10 ग्राम गुड खायें।
    समान मात्रा में सोंठ और धनिया पिस कर मिला लें इसकी तीन चम्मच एक गिलास पानी में उबालें जब चौथाई ग्लास पानी रहे तब उबालना बंद करके पानी छानकर पीने लायक रहने पर एक चम्मच शहद डालकर पीयें। अम्लपीत्त ठीक हो जायेंगा।
    एक चम्मच अदरक का रस दो चम्मच निंबू का रस तीन चम्मच शहद और अपने टेस्ट के हिसाब से काला नमक मिलाकर खाना खाने के तत्काल बाद इस मिश्रण का सेवन करें। अम्लपीत्त में जल्द लाभ होगा।

    निमोनिया (Nimonia Rog)

    एक चम्मच अदरक का रस एक चम्मच घीं में मिलाकर सीने पर मालिष करें, अदरक का रस, शहद समान मात्रा में मिलाकर आधा- आधा चम्मच हर तीन घंटे से पीलायें इससे निमोनिया में लाभ होगा।

    कफ ख़त्म करे

    • एक चम्मच अदरक के टुकडे उतने ही गुड के साथ खाने से कफ गिरना बंद हो जाता है।
    • एक चम्मचं सोठ, दो चम्मच शहद मिलाकर रोजाना दो बार चाटने से फेफडों में जमा कफ बाहर निकल जाता है।

    आंव पेट का रोग (Anpacha Khana)

    आंव यानि कच्चा, अनपचा खाना, यह लम्बे समय से पेट में रहता हैं तो अनेक रोग उत्पन्न होते हैं | पाचन संस्थान बिगड़ जाता हैं पेट के बहुत से रोग पैदा हो जाते हैं | ऐसे में रोजाना 2 चम्मच अदरक का रस सुबह भूखे पेट चबाते रहने से ठीक हो जाता हैं |
    सोंठ पीसकर सामान मात्रा में गुड मिला लें | रोजाना मटर के दाने के सामान 2-2 गोली के बराबर सुबह.शाम खाएं आंव आना बंद हो जायेगा |

    चक्कर आने पर

    • पीसी सोंठ एक चम्मचए 2 चम्मच बुराए 2 चम्मच घी तीनों को मिलाकर चाटें | यह एक खुराक हैं | तिन खुराक रोजाना लें |

    प्रोटेस्ट केंसर (Protest Cancer Remedy)

    आम और अदरक में ऐसे प्राकृतिक रसायन पाये जाते हैं जो प्रोटेस्ट केंसर से बचाव करते हैं |
    प्रोटेस्ट केंसर से बचने और प्रोटेस्ट केंसर ग्रस्त रोगी आमरस में अपने टेस्ट के हिसाब से अदरक का रस मिलाकर पीया करें | आम और अदरक केंसर के प्रतिरोधी हैं |

    भूख बढ़ाने के लिए (Bhukh Badhaye)

    अदरक के छोटे.छोटे टुकड़े काटकर नीबू के रस में डाल दें और ऊपर से सादा नमक मिलाकर सूखा लें | यह भूख बढ़ाने के काम में आती हैं | खाने के बाद लेने से इससे जीभ भी साफ़ हो जाती हैं |
    आधा चम्मच पीसी हुई सोंठ और गुड मिलाकर भोजन करने के बाद रोजाना सुबह शाम दो सप्ताह तक खाएं | पाचन से संक्रामक रोगों में जल्द ही लाभ होता और भूख तेज लगने लगेगी |

    गाला बैठ जाने पर स्वरभंग (Gala BethJana)

    सर्दी से गाला बैठ गया हो, आवाज नहीं निकलती हो तो अदरक के छोटे-छोटे टुकड़ों पर नमक डालकर खाएं | इससे आवाज साफ़ आएगी |
    पीसी सोंठ और मिश्री सामान मात्र में मिलाकर आधा चम्मच एक चम्मच शहद में मिलाकर रोजाना चार बार चाटें | adrak ke swasthya fayde labh.
    एक ग्लास पानी में 10 ग्राम अदरक के टुकड़े डालकर उबालकर छानकर गरारे और कुल्ले करें | फिर उबाले अदरक के टुकड़े दो लौंग अपने टेस्ट के हिसाब से नमक डालकर चबाएं रस चूसते जाएं | बैठा गला ठीक होकर आवाज साफ़ आएगी |

    पेट में मरोड दर्द होतो

    • 10 ग्राम अदरक आग में भुनकर छीलकर खाने से पेट दर्द ठीक हो जाता है।
    • 2 चम्मच अदरक के रस में अपने टेस्ट के हिसाब से मिलाकर हर तीन घंटे मेे पीयें।
    • पेट में तेज दर्द गैस कब्ज अपज के कारण होतो दो चम्मच अदरक का रस और दो चम्मच अरण्डी का तेल मिलाकर सोते समय पियें, इसके बाद उपर से गर्म पानी भी पियें |

    पित्ती की शिकायत

    एक चम्मच अदरक का रस, एक चम्मच शहद मिलाकर रोजाना 3 बार लें, पित्ती में फायदा होगा।
    पसली का दर्द
    सोंठ तीन ग्राम कुटकर आधा किलों पानी में उबालकर छानकर चार पीयें पसली का दर्द ठीक हो जायेगा।

    खांसी होने पर (Khansi Ka Nuskha)

    खांसी, दमा चाय बनाते समय चाय में चने के बराबर 10 टुकडे अदरक के 20 तुलसी के पत्ते अल्प मात्रा में दालचीनी डालकर बनायें। ऐसी चाय रोजाना सुबह-शाम पीये इससे खासी सहित दमा में भी फायदा होगा।
    सर्दी-खासी में अदरक वाली चाय पीने से भी लाभ होता है। खांसी होने पर कच्ची अदरक के टुकडों पर नमक डालकर चबायें और चुसें। खासी, जुकाम, बुखार में अदरक उबालकर रोजाना पीयें।
    आधा चम्मच अदरक का रस, एक चम्चच शहद, दो चम्मच पानी मिलाकर रोजाना दो बार पियें, खासी, दमा, कफ में लाभ होगा। अदरक में नमक डालकर चबा-चबा कर रस चूसें।

    आधासीसी का दर्द

    • सोठ को पानी के साथ घिसकर माथे पर लेप करने से आधा सीर का दूखना बंद हो जाता है। सूर्योदय के साथ घटता बडता है।

    हदय की धमनियों में रक्त के थक्के जमना

    health benefits of ginger अदरक रक्त के थक्के जमना रोकती है, Cholesterol कम करती है। High Blood Pressure को कम करती है। रक्त के थक्के जमने पर दो छोटी चम्मच अदरक के टुकडे सात दिन लगातार खायें। रक्त के थक्के पीघल जायेंगे। साथ ही दिल के दौरे की संभावना भी घटेगी। अदरक को किसी भी तरह रोजाना के भोजन में प्रयोग में जरूर लायें।

    मोटापा कम करे

    किसी भी तरह रोजना सोंठ का सेवन करते रहने से मोटापा नहीं बडता। पचास ग्राम पीसी हुई सोठ, 100 ग्राम गुड मिलाकर मटर के दाने के समान मोटी गोलियां बना लें, चार-चार गोली रोजाना चार बार खाने से मोटापा कम होता है।

    सर्दी के रोग

    अदरक के बहुत छोटे-छोटे टुकडे, आधा चम्मच एक गिलास पानी में डालकर इतन उबालें कि पानी आधा रह जायें। इसे छानकर अपने टेस्ट के हिसाब से दूध और शकर मिलाकर एक-एक चम्मच स्वाद लेते हुए पीयें। इससे जुकाम, कफ, खांसी, सिर, पसली, कमर दर्द में भी लाभ होगा। पसीना आयेगा शरीर हल्का हो जायेगा।

    शरीर ठंडा पड़ने पर

    • दो भाग अदरक का रस और एक भाग लहसुन का रस मिलाकर बदन पर मालिश करें |

    Viral Infections

    वायरल इन्फेक्शन या रोग होने पर अदरक की चाय या पकाई गई चीज, सब्जी की प्लेट पर अदरक कुछ अच्छी मात्रा में डालकर खाएं | इससे वायरल इन्फेक्शन का प्रभाव ख़त्म हो जायेगा | adrak ke sevan se hone wale labh.

    गुर्दे की पथरी

    अदरक का रस 5 चम्मच 2 गिलास पानी में उबालकर कुछ ठंडा करके कपडा भिगोकर दर्द वाली जगह को दबाकर सेंक करें | इससे पथरी से होने वाले दर्द में आराम मिलेगा |

    पेट दर्द का इलाज

    पीसी हुई 1 चम्मच सोंठ और सेंधा नमक एक ग्लास पानी में गर्म करके पिने से पेट दर्द कब्ज अपच ठीक हो जाती हैं |
    अगर भूखे पेट पानी पिने से पेट दर्द हो तो पीसी हुई सोंठ आधा चम्मच जरा से गुड में दो बार रोजाना मिलाकर खाएं | दर्द में आराम हो जायेगा |
    adarak ke benefits तुलसी और अदरक का एक.एक चम्मच रस निकालकर गर्म कर लेंए हल्का गुनगुना होने पर पि लेंए पेटदर्द तुरंत ठीक होता हैं | in hindi language
    एक चम्मच अदरक के रस में आधा चम्मच पीसी अजवाइन मिलाकर खाने से पेटदर्द में faydemand होता हैं |
    पेट फूलना होए बदहजमी हो तो अदरक के टुकड़े देशी घी में सेंककर अपने टेस्ट के हिसाब से नमक डालकर रोजाना दो बार खाएं द्य इससे पेट के सामान्य सभी रोग थी हो जायेंगे |

    अपच – खाना ठीक से न पचना

    आधा किलो अदरक छीलकर छोटे-छोटे टुकड़े कर लें, इस पर अपने टेस्ट के हिसाब से नमक भर लें और नीबू का रस डालकर अच्छे से मिला लें | इनको छाया में एक बोतल में भरलें रोजाना खाना खाने से पहले आठ टुकड़े खालें | इससे पाचन शक्ति में लाभ होंगे |
    अदरक और नीबू का अचार बनाकर रोजाना खाना खाने से पहले खाएं |
    दिन में तिन बार अदरक का रस और नीबू आधा ग्लास पानी में अपने टेस्ट के हिसाब से नमक मिलाकर पिएं |
    सोंठ आधा चम्मच 1 कप पानी में उबालकरए आधा ग्लास गर्म दूध में मिलाकर रात को सोते समय पिएं द्य आधा चम्मच सोंथे की गर्म पानी से फंकी भी लें सकते हैं |

    सूजन बवासीर

    • सूजन बवासीर और पीलिया में 12 ग्राम सोंठ गुड के साथ लेने से लाभ होता हैं |

    Kamar Dard

    कमर दर्द जोडों का दर्द होने पर अदरक पीसकर दर्द वाली जगह पर लगायें। और 10 ग्राम अदरक को दो कप पानी में डालकर आधा पानी रहने पर छानकर पीयें । इस तरह सुबह-शाम लें जल्द लाभ होगा।

    थूकने की आदत

    अदरक बार-बार चबाने से बार-बार थूकना बंद हो जाता है।